आजकल हर बड़ी टेक कंपनी AI पर काम कर रही है, और अब मेटा (जो फेसबुक की कंपनी है) भी इस दौड़ में तेजी से आगे बढ़ रही है। मेटा के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि उनकी कंपनी बहुत बड़ा निवेश करने जा रही है – वो ऐसे AI डेटा सेंटर बनाएंगे जो इंसानों से भी तेज सोचने वाली मशीनों को चलाने में मदद करेंगे।
क्यों बना रही है मेटा इतना बड़ा सेंटर?
मेटा का सपना है ऐसी मशीन बनाना जो इंसानों से भी ज्यादा समझदार हो। इसे “सुपरइंटेलिजेंस” कहा जा रहा है। इसके लिए कंपनी दुनिया के बेहतरीन इंजीनियरों को काम पर रख रही है और उन्हें शानदार सैलरी भी दी जा रही है। ये दिखाता है कि मेटा इस काम को लेकर कितनी गंभीर है।
पैसे कहां से आएंगे?
आप सोच रहे होंगे कि इतना पैसा आएगा कहां से? मेटा कहती है कि उसके विज्ञापन से जो कमाई होती है, उससे ही ये पूरा काम किया जाएगा। यानी कंपनी को किसी से उधार नहीं लेना पड़ेगा।
दो नए AI सेंटर बनेंगे
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि मेटा दो नए AI डेटा सेंटर बना रही है। पहले का नाम होगा Prometheus, जो 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। दूसरा सेंटर होगा Hyperion, जो और भी बड़ा और ताकतवर होगा। ये सेंटर बिजली की बहुत बड़ी ताकत से चलेंगे, जिससे AI की मशीनें तेजी से काम करेंगी।
मेटा की नई AI लैब भी शुरू
मेटा ने एक नई AI लैब शुरू की है, ताकि वो AI से जुड़ी नई टेक्नोलॉजी पर तेजी से काम कर सके। इससे कंपनी ऐसे प्रोडक्ट्स बनाएगी जो स्मार्ट चश्मे, AI ऐप्स और वीडियो एड टूल्स जैसे कामों में इस्तेमाल होंगे। इससे कंपनी को अच्छी कमाई भी होगी।
आगे क्या होगा?
कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि मेटा दुनिया की पहली ऐसी कंपनी बन सकती है जो 1 गीगावाट की क्षमता वाला सुपरक्लस्टर बनाएगी। ये बहुत बड़ा टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट है, जो AI की दुनिया में एक नया बदलाव ला सकता है।
Disclaimer:
इस पोस्ट की जानकारी tv9hindi द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट पर आधारित है, जो आप यहाँ पढ़ सकते हैं:
Source: https://www.tv9hindi.com/technology/meta-billion-dollar-ai-data-center-prometheus-hyperion-project-unveiled-3390944.html/amp